
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने हाल ही में स्पष्ट किया है कि भारत आतंकवाद का “निश्चित रूप से अंत” चाहता है और अगर फिर से कोई आतंकी हमला होता है, तो भारत पाकिस्तान में आतंकवादियों पर सीधे हमला करेगा। यह कड़ा संदेश उन्होंने नीदरलैंड के प्रसारक एनओएस और डी वोल्क्सक्रांट को दिए साक्षात्कारों में दिया।
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जयशंकर ने कहा, “अगर आतंकवादी पाकिस्तान में हैं तो हम उन पर वहीं प्रहार करेंगे।” उन्होंने साफ किया कि ऑपरेशन सिंदूर, जो पहलगाम हमले के बाद शुरू हुआ था, अभी भी जारी है ताकि स्पष्ट संदेश दिया जा सके कि इस तरह की हरकतों का जवाब मिलेगा।
आतंकवादियों के ठिकाने पाकिस्तान में, सरकार और सेना की भूमिका पर चिंता
विदेश मंत्री ने यह भी बताया कि संयुक्त राष्ट्र की प्रतिबंध सूची में शामिल अधिकांश कुख्यात आतंकवादी पाकिस्तान में खुलेआम सक्रिय हैं। उन्होंने कहा, “सरकार इसमें शामिल है और पाकिस्तान की सेना पूरी तरह से इसमें शामिल है।” जयशंकर का यह बयान पाकिस्तान में आतंकवाद के प्रति सरकारी और सैन्य सहमति पर गंभीर आरोप है।
भारत-पाकिस्तान संघर्ष विराम: बातचीत से बनी सहमति
जयशंकर ने यह भी बताया कि हाल ही में भारत और पाकिस्तान के बीच सीधे बातचीत के बाद संघर्ष विराम पर सहमति बनी है। उन्होंने कहा कि यह बातचीत अमेरिका की भूमिका के संदर्भ में हुई, जिसका राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने श्रेय लिया था। जयशंकर ने कहा, “हमने सभी संबंधित पक्षों को स्पष्ट कर दिया था कि अगर पाकिस्तान को लड़ाई बंद करनी है तो उनके जनरलों को हमारे जनरलों को फोन करना होगा।”
ऑपरेशन सिंदूर: आतंकवादी ठिकानों को बनाया निशाना
22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के जवाब में भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान के नौ आतंकवादी ठिकानों पर सटीक हमले किए। इसके बाद पाकिस्तान की ओर से 8, 9 और 10 मई को भारतीय सैन्य ठिकानों पर हमले के प्रयास को भारत ने कड़े जवाब से रोक दिया।
एस. जयशंकर ने साफ कर दिया है कि भारत आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं करेगा और यदि पाकिस्तान में आतंकवाद जारी रहा तो भारत को जवाब देने में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। यह भारत की विदेश नीति और सुरक्षा रणनीति के लिए एक स्पष्ट और मजबूत संदेश है।
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